सवाल अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह व बरकातुहू हज़रत की बारगाह मे अर्ज़ है के मस्जिद …
Read More »जमा’अत के साथ नमाज़ पढ़ना किया है
सवाल अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाही व बरकातुह हज़रत अर्ज़ ये है कि जमा’अत फर्ज़ है या वाजिब जवाब वअलैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाही व बरकातुह जमा’अत वाजिब है जमात के साथ एक नमाज़ पढ़ने से 27 नमाज़ों का सवाब मिलता है बगैर उज़्र एक वक्त की नमाज़ छोड़ने वाला गुनहगार है …
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