Thursday , 21 November 2024

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जमा’अत के साथ नमाज़ पढ़ना किया है

सवाल अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाही व बरकातुह हज़रत अर्ज़ ये है कि जमा’अत फर्ज़ है या वाजिब जवाब वअलैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाही व बरकातुह जमा’अत वाजिब है जमात के साथ एक नमाज़ पढ़ने से 27 नमाज़ों का सवाब मिलता है बगैर उज़्र एक वक्त की नमाज़ छोड़ने वाला गुनहगार है …

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आसतीन चढाये हुये नमाज़ पढ़ना

सवाल अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह व बरकातुहू हज़रत यह बतायें कया आसतीन चढाये हुये नमाज़ पढ़ने से नमाज़ हो जायेगी या नहीं? जवाब वअलैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाह व बरकातुहू नमाज़ में आस्तीन ऊपर को इस तरह चढ़ाना के हाथों की कोहनी खुल जाए नमाज़ मकरूह तहरीमी वाजिवुल यादह होगी, अगर …

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ताजिए दारी पर उलमाए अहले सुन्नत का मोकिफ

सवाल: अस्सलामु अलयकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु ताजिए दारी पर उलमाए अहले सुन्नत का मोकिफ क्या है? जवाब: व अलैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु कुछ लोग समझते हैं कि ताजिए दारी सुन्नियों का काम है और इससे रोकना मना करना वहाबियों का। हालांकि जब से यह गैर शरई ताजिए …

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