सवाल:
अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु
कब कब गुस्ल करना मुस्तहब है?
जवाब:
व अलैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु
﴾1﴿ वुकूफे अ-रफात
﴾2﴿ वुकूफे मुज़्दलिफा
﴾3﴿ हाजिरिये हरम
﴾4﴿ हाजिरिये सरकारे आज़म صَلَّى اللَّهُ تَعَالَى عَلَيْهِ وَالِهِ وَسَلَّم
﴾5﴿तवाफ़
﴾6﴿ दुखूले मिना
﴾7﴿ जम्रों पर कंकरियां मारने के लिये तीनों दिन
﴾8﴿ शबे बराअत
﴾9﴿ शबे क़द्र
﴾10﴿ अ-रफे की रात
﴾11﴿ मजलिसे मीलाद शरीफ
﴾12﴿ दीगर मजालिसे खैर के लिये
﴾13﴿ मुर्दा नहलाने के बा’द
﴾14﴿ मजनून (या’नी पागल) को जुनून (पागल पन) जाने के बा’द
﴾15﴿ गशी से इफ़ाके के बा’द
﴾16﴿ नशा जाते रहने के बा’द
﴾17﴿ गुनाह से तौबा करने
﴾18﴿ नए कपड़े पहनने के लिये
﴾19﴿ सफ़र से आने वाले के लिये
﴾20﴿ इस्तिहाज़ा का खून बन्द होने के बा’द
﴾21﴿ नमाज़े कुसूफ व खुसूफ
﴾22﴿ नमाज़े इस्तिस्का के लिये
﴾23﴿ खौफ व तारीकी और सख्त आंधी के लिये
﴾24﴿ बदन पर नजासत लगी और येह मा’लूम न हो कि किस जगह लगी है।
(बहारे शरीअत, जि. 1, स. 324 ता 325 , दुर्रे मुख्तार व रद्दु मुहतार जि.1,स.341-343)