सवाल
इमाम हुसैन के नाम से चबूतरा बनवाना कैसा है
जवाब
सबसे पहले यह समझ ले के बनावटी ताज़ियादारी हराम है चबूतरा ताजिया रखने के लिए बनवाया जाए तो यह बिल्कुल दुरुस्त नहीं किया एक हराम काम के लिए है और जो के हराम है उसमें चंदा देना भी जायज़ नहीं है कि यह काम गुनाह पर मदद करना है
अल्लाह ताला इरशाद फरमाता है
تَعَاوَنُوْا عَلَى الْبِرِّ وَ التَّقْوٰى ۪-وَ لَا تَعَاوَنُوْا عَلَى الْاِثْمِ وَ الْعُدْوَانِ۪- وَ اتَّقُوا اللّٰهَؕ-
اِنَّ اللّٰهَ شَدِیْدُ الْعِقَاب
तर्जमा
और परहेज़ गारी पर एक दूसरे की मदद करो और गुनाह और ज्यादती पर बाहम मदद ना करो और अल्लाह से डरते रहो बेशक अल्लाह शदीद अज़ाब वाला है।
(सूरतुल माइदा आयत नंबर 2)
हां अगर चबूतरा किसी ग़र्ज़ ए सहीह के लिए बनाया जाए जिससे लोगों को फायदा पहुंचे तो जायज़ है और बाईसे सवाब हैं