Sunday , 1 June 2025

बे वुज़ू दीनी किताबें छूना कैसा?

सवाल:

अस्सलामु अलयकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु 

बे वुज़ू दीनी किताबें छूना कैसा?

जवाब:

व अलैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु 

 

बे वुजू या वोह जिस पर गुस्ल फ़र्ज़ हो उन को फ़िक़्ह, तफ्सीर व हदीस की किताबों का छूना मकरूह है। और अगर इन को किसी कपड़े से छुवा अगर्चे इस को पहने या ओढ़े हुए हो तो मुज़ा-यका (हर्ज)नहीं। मगर आयते कुरआनी या इस के तरजमे पर इन किताबों में भी हाथ रखना हराम है। (ऐज़न)

बे वुजू इस्लामी किताबें पढ़ने वाले बल्कि अख्बारात व रसाइल छूने वाले भी एहतियात फ़रमाया करें कि उमूमन इन में आयात व तरजमे शामिल होते हैं।

 

be wazu deeni kitaben chhoona kaisa

बे वुज़ू दीनी किताबें छूना कैसा?

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