Thursday , 21 November 2024

बे वुज़ू दीनी किताबें छूना कैसा?

सवाल:

अस्सलामु अलयकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु 

बे वुज़ू दीनी किताबें छूना कैसा?

जवाब:

व अलैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु 

 

बे वुजू या वोह जिस पर गुस्ल फ़र्ज़ हो उन को फ़िक़्ह, तफ्सीर व हदीस की किताबों का छूना मकरूह है। और अगर इन को किसी कपड़े से छुवा अगर्चे इस को पहने या ओढ़े हुए हो तो मुज़ा-यका (हर्ज)नहीं। मगर आयते कुरआनी या इस के तरजमे पर इन किताबों में भी हाथ रखना हराम है। (ऐज़न)

बे वुजू इस्लामी किताबें पढ़ने वाले बल्कि अख्बारात व रसाइल छूने वाले भी एहतियात फ़रमाया करें कि उमूमन इन में आयात व तरजमे शामिल होते हैं।

 

be wazu deeni kitaben chhoona kaisa

बे वुज़ू दीनी किताबें छूना कैसा?

About Mohd Saqib Raza Ahsani

Check Also

बदन या कपड़े पर पेशाब,पाखाना वगैरह तो क्या नहाना ज़रूरी है?

सवाल अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह व बरकातुह बदन या कपड़े पर पेशाब,पाखाना या गोबर वगैरह …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *