सवाल:
अस्सलामु अलयकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु
बे वुज़ू दीनी किताबें छूना कैसा?
जवाब:
व अलैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु
बे वुजू या वोह जिस पर गुस्ल फ़र्ज़ हो उन को फ़िक़्ह, तफ्सीर व हदीस की किताबों का छूना मकरूह है। और अगर इन को किसी कपड़े से छुवा अगर्चे इस को पहने या ओढ़े हुए हो तो मुज़ा-यका (हर्ज)नहीं। मगर आयते कुरआनी या इस के तरजमे पर इन किताबों में भी हाथ रखना हराम है। (ऐज़न)
बे वुजू इस्लामी किताबें पढ़ने वाले बल्कि अख्बारात व रसाइल छूने वाले भी एहतियात फ़रमाया करें कि उमूमन इन में आयात व तरजमे शामिल होते हैं।