सवाल
अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह व बरकातुहू
असर की सुन्नतें शुरू की थीं ओर जमाअत क़ायम हो गई तो अब क्या करे नमाज़ी?
जवाब
व अलैकुम अस्सलाम वा रहमतुल्लाह व बरकातुहू
असर की सुन्नतें शुरू की थीं ओर जमाअत क़ायम हो गई तो दो रकाअत पढ़ कर सलाम फेर दे ओर जमाअत में शरीक हो जाये सुन्नतो के इयादा की ज़रूरत नहीं। (मोमिन की नमाज़)