सवाल
अस्सलामु अलैकुम
मेरा सवाल है के रोज़ा में कोलगेट से दांत मांजना कैसा है
सवाल करने वाला
गुलाम मुस्तफा बरेली
जवाब
वा अलैकुम अस्सलाम
बगैर सही ज़रूरत के रोज़ा की हालत में मंजन करना मकरु है फिर अगर मंजन के अजज़ा हल्क के नीचे उतर गए तो रोज़ा भी टूट जाएगा
आला हज़रत फरमाते हैं
मंजन नाजायज़ वह हराम नहीं बल के इत्मीनान काफी हो कि उसका कोई जुज़ हलक में ना जाएगा मगर बे जरूरत कराहत ज़रूर है
(फतावा रज़विया जिल्द 10 सफा 551)
बाहर उल उलूम मुफ्ती अब्दुल मन्नान फरमाते हैं
मंजन और टूथपेस्ट वगैरा के बारीक अजज़ा हल्क से उतर गए तो रोजा टूट जाएगा और ना उतरे तो ना टूटेगा अलबत्ता ऐसी चीजों का मुंह में रखना रोजा को मकरु कर देगा
(फतावा बाहर उल उलूम जिल्द 2 सफा 274)