सवाल
अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह व बरकातुह
नमाज़े वित्र वाजिब है या नहीं अगर येह छूट जाए तो इस की क़ज़ा लाज़िम है या नहीं वित्र का वक्त कब से कब तक है?
जवाब
व अलैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाह व बरकातुह
नमाज़े वित्र वाजिब है अगर येह छूट जाए तो इस की क़ज़ा लाज़िम है वित्र का वक्त इशा के फ़र्ज़ी के बा’द से सुब्हे सादिक तक है।