सवाल:
अस्सलामु अलयकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु
नापाकी की हालत में दुरूद शरीफ़ पढ़ना कैसा?
जवाब:
व अलैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु
जिन पर गुस्ल फ़र्ज़ हो उन को दुरूद शरीफ और दुआएं पढ़ने में हरज नहीं। मगर बेहतर येह है कि वुज़ू या कुल्ली कर के पढ़ें । (बहारे शरीअत, जि. 1, स. 327) अज़ान का जवाब देना उन को जाइज़ है। (आलमगीरी जि.1 स.38)