सवाल
अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहू
मोहर्रम में बच्चों को फकीर बनाना कैसा है?
जवाब
व अलैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहू
कहीं हज़रत इमाम हुसैन रदिअल्लाहु अन्हु के नाम पर बच्चों को फकीर बनाया जाता है और उसके गले में झोली डाल कर घर-घर उस से भीख मंगवाते हैं यह भी नाजाइज़ व गुनाह है आला हज़रत रहमतुल्लाहि अलैह फरमाते हैं यूंही फकीर बन कर बिला ज़रूरत व मजबूरी भीख मांगना हराम है बहुत सी हदीसें इस माना पर नातिक हैं और ऐसों को देना भी हराम है।
(फतावा रज़विया जिल्द 24 सफा़ 464)
इसके बजाए अपने बच्चों को हज़रत इमाम पाक रदिअल्लाहु अन्हु और उनके घराने के बच्चों की सीरत चाल चलन सिखाएं और उनके रंग में रंगें उनकी तरह ज़िन्दगी गुज़ारने का हौसला बताएं, दीनदार बनाएं, तो यह खालिस इस्लाम है।