सवाल
अस्सलामु अलैकुम
मेरा सवाल है कि एक जगह नई मस्जिद की तामीर के लिए मस्जिद को शहीद किया गया है अब लोगों की राय यह है कि नीचे मदरसे के लिए एक हाल और कुछ कमरे बना दिए जाएं और ऊपर मस्जिद बना दी जाए
जवाब इनायत फ़रमायें।
जवाब
वालेकुम अस्सलाम
सूरत मुस्तफ़सिरा में मस्जिद की जगह में मदरसा बनाना नाजायज़ है जो जगह मस्जिद हो गई वह कयामत तक मस्जिद ही रहेगी
मस्जिद की जगह मैं मदरसा बनाना गोया वक़्फ़ में तबदीली करना है और वक़्फ़ की तग़ईर नाजाइज़ है.
फतावा आलम गीरी मैं है
वक़्फ़ को उसकी हाइयेट से तब्दील करना जाइज़ नहीं लिहाज़ा घर का बाग़ बनाना और सराय का हम्माम बनाना और रबात का दुकान बनाना जाइज़ नहीं।
हां जब वक़्फ़ ने निगहबान पर मामला छोड़ दीया हो के वह हर वह काम कर सकता है जिसमें वक़्फ़ की मस्लहत हो तो जाइज़ है
(फतवा हिंदिया जिल्द 2 सफह 441 )
आला हज़रात तहरीर फरमाते हैं मुताल्लिक़ मस्जिद को मदरसा में शामिल कर लिया जाए यह हराम है और सख़्त हराम है.
(फतवा रज़विया जिल्द 16 सफह 223 )