सवाल
हमारा सवाल है कि किन चीजो से रोज़ा टूट जाता है
सवाल करने वाला
हुसैन अहमद लखीमपुर खीरी
1 भूलकर खाया पिया या जीमा यानी हमबिस्तरी की रोज़ा ना गया चाहे रोज़ा फर्ज हो याया नफील रोज़ा की नियत से पहले यह चीजें पाई गई या बाद में मगर जब याद दिलाने पर भी याद ना आया कि रोज़ादार है तो अब रोज़ा फासिद हो जाएगा बशर्ते के याद दिलाने के बाद यह काम हुए हो मगर इस सूरत में कफ़्फ़ारा लाजिम नहीं होगा
2 मक्खी या धुवां या गुबार यानी धूल हलक में जाने से रोज़ा नहीं टूटता चाहे गुबार आटे का हो या गल्ला का गुबार हो या हवा से खाक उड़ी या जानवर के खुर से उड़ कर गुबार फलक में पहुंचा चाहे रोज़ादार होना याद था रोज़ा नहीं टूटेगा लेकिन अगर रोज़ादार होना याद होते हुए जानबूझकर धुआं हलक में पहुंचाया तो रोज़ा फासिद हो जाएगा चाहे किसी चीज़ का धुआं हो किसी तरह पहुंचाया हो यहां तक के अगरबत्ती वगैरह खुशबू सुलगती थी उसने मुंह करीब करके धुएं को नाक से ऊपर खींचा तो रोज़ा जाता रहा इसी तरह हुक्का पीने से भी रोज़ा टूट जाता है अगर रोज़ादार होना याद हो
3 तेल या सुरमा लगाने से रोज़ा नहीं टूटता चाहे तेल या सुरमें का मज़ा हल्क में महसूस होता हो थूक में सुरमें का रंग भी दिखाई देता हो जब भी रोज़ा नहीं टूटता
4 बीवी को चूमने से रोज़ा नहीं टूटता जब के इनज़ाल ना हो यानी मनी ना निकले