सवाल:
अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु
बच्चा कब बालिग होता है ?
जवाब:
व अलैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु
लड़का बारह 12 साल और लड़की नव(9) बरस से कम उम्र तक हरगिज़ बालिग व बालिगा न होंगे और लड़का लड़की दोनों (हिजरी सिन के ए’तिबार से) 15 बरस की कामिल उम्र में ज़रूर शरअन बालिग व बालिगा हैं, अगर्चें आसारे बुलूग (या’नी बालिग होने की अलामतें) ज़ाहिर न हों। इन उम्रों के अन्दर अगर आसार पाए जाएं, या’नी ख़्वाह लड़के ख़्वाह लड़की को सोते ख़्वाह जागते में इन्ज़ाल हो (या’नी मनी निकले)… या… लड़की को हैज़ आए… या… जिमा से लड़का (किसी लड़की को) हामिला कर दे… या… (जिमा की वजह से) लड़की को हम्ल रह जाए तो यकीनन बालिग व बालिगा हैं। और अगर आसार न हों, मगर वोह खुद कहें कि हम बालिग व बालिगा हैं और ज़ाहिर हाल उन के कौल की तक्ज़ीब न करता (या’नी झुटलाता न) हो तो भी बालिग व बालिगा समझे जाएंगे और तमाम अहकाम बुलूग के निफ़ाज़ पाएंगे(जारी होंगे) और (लड़के के) दाढ़ी मूंछ निकलना या लड़की के पिस्तान (या’नी छाती) में उभार पैदा होना कुछ मो ‘तबर नहीं।
(फ़्तावा र-ज़विय्या, जि. 19, स. 630)