सवाल:
अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु
मस्नूई और फर्जी करबलाएं और उनका हुक्म क्या है?
जवाब:
व अलैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु
करबला इराक में उस जगह का नाम है जहाँ हज़रत इमाम आली मकाम अपने साथियों के साथ यजीदी फौजों के ज़रिए शहीद हो गये। अब जहाँ ताजिए जमा और फिर दफन किए जाते हैं उन जगहों को लोग करबला कहने लगे मज़्हबे इस्लाम में इन फर्जी करबलाओं की कोई हैसियत नहीं उन्हें मुकद्दस मकाम ख्याल करके उनका एहतराम करना सब राफ्ज़ीयत और जिहालत की पैदावार हैं। आला हजरत इमाम अहमद रज़ा खाँ बरैलवी फरमाते हैं।
अलम, ताजिए, मेंहदी, उनकी मिन्नत, गश्त, चढ़ावा, ढोल ताशे, मुजरे, मर्सिए, मातम, मस्नूई करबला जाना यह सब बातें हराम व नाजाइज़ व गुनाह हैं। (फतावा रज़वी जिल्द २४, सफः ४६६)